गुरु अर्जुन देव जी की कथा, वाणी व गुरु अर्जुन देव जी का जीवन परिचय
गुरु अर्जुन देव जी महाराज सिक्खों के पांचवें गुरु है। गुरु अर्जुन देव जी का जन्म 19 बैसाख, वि.सं. 1620 को गोइंदवाल साहिब में श्री गुरु रामदास जी महाराज के घर में हुआ था। गोइंदवाल आपकी ननिहाल थी तथा आप बचपन में नानके ही रहे। भाद्रपद शुक्ल दूज वि.सं. 1638 में आपको गुरूगददी प्राप्त हुई। Contents 1 गुरु अर्जुन देव जी की कथा, वाणी व जीवन परिचय के बारें में 1.0.1 पृथ्वी चन्द्र का विरोध:—- 1.0.2 भाई गुरदास जी का आना:—- 1.0.3 गुरु जी की दयालुता:—- 1.0.4 साकेदारी में ईष्या:—- 1.0.5 माता गंगा जी की परेशानी:— 1.0.6 पुत्र प्राप्ति का वरदान:—- 1.1 श्री हरिमंदिर साहिब का निर्माण:—- 1.1.1 गुरु जी बारठ गये:— 1.2 श्री गुरु ग्रंथ साहिब की रचना:— 1.3 गुरु अर्जुन देव जी की शहीदी:— 1.3.1 प्रथम आशीष:—- 1.3.2 दूसरी बार आशीष:—- 1.4 हमारे यह लेख भी जरूर पढ़ें:—- गुरु अर्जुन देव जी की कथा, वाणी व जीवन परिचय के बारें में जन्म —- 19 वैसाख 1620 वि.सं. (15 अप्रैल 1563 ई.) जन्म स्थान —- गोइंदवाल...